लेखक:
विजय बहादुर सिंह
जन्म : 16 फरवरी 1940; गाँव—जयमलपुर, ज़िला—अम्बेडकर नगर, उ.प्र.। शिक्षा : छात्र जीवन कोलकाता और सागर, मध्य प्रदेश में बीता। साहित्य : आलोचना, कविता, संस्मरण, जीवनी लेखन के अलावा कवि भवानीप्रसाद मिश्र, दुष्यन्त कुमार और आलोचक आचार्य नन्ददुलारे वाजपेयी रचनावली का सम्पादन। आजीविका हेतु अध्यापक रहे और स्कूली शिक्षा पर भी कुछेक पुस्तकें लिखीं। ‘आज़ादी के बाद के लोग’ स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज के चारित्रिक प्रगति और पतन से सम्बन्धित लेखों की उनकी चर्चित पुस्तक है। कई विलक्षण प्रतिभाओं—नागार्जुन, भवानीप्रसाद मिश्र के अलावा उन्होंने उदय प्रकाश, बसंत पोतदार, शलभ श्रीराम सिंह, चित्रा मुद्गल, मैत्रेयी पुष्पा, शंकरगुहा नियोगी के शब्द-कर्म का विवेचन और सम्पादन किया। कविता के अब तक नौ संकलन आ चुके हैं। आलोचक के रूप में कविता, कहानी, उपन्यास विधा में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज की है। राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर के कई पुरस्कार एवं सम्मानों से विभूषित हैं। |
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छायावाद के कविविजय बहादुर सिंह
मूल्य: $ 24.95 |
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संस्कृति के प्रश्न और रामविलास शर्माविजय बहादुर सिंह
मूल्य: $ 20.95 |
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सामाजिक विमर्श के आईने में 'चाक'विजय बहादुर सिंह
मूल्य: $ 14.95 उपन्यास के शुरुआती पृष्ठों पर ही सास और गर्भवती विधवा बहू के बीच यह दृश्य खड़ा कर मैत्रेयी ने पहली बार स्त्री की निगाह से देखने की पहल की है। आगे... |